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Saturday, 5 August 2017

Kissa JAMMU KAAHMIR KA

कुछ लोग ( खास कर कांग्रेस) ये कह के मोदी सरकार की आलोचना करते हैं कि जब से मोदी PM हुए हैं , काश्मीर में हालात बेकाबू हो गए हैं ।
पहले तो ये जान लीजिए कि पहले हालात पे काबू कैसे रखा जाता था ।
पहले Status Quo maintain किया जाता था ।
तुम हमको मत छेड़ो हम तुमको नही छेड़ेंगे ।
तुम भी ऐश करो और हमको भी करने दो ।
अलगाववादी नेता ( हुर्रियत ) भारत सरकार की बांह मरोड़ के सीधे सीधे Blackmailing कर पैसे वसूलते थे । पैसे दो नही तो हम आगजनी , हड़ताल , पत्थरबाजी और आतंकी हमले करेंगे ।
भारत सरकार बाकायदे वैधानिक तरीके से हज़ारों करोड़ के package काश्मीर को देती जिसे ये डाकू मिल के हज़म कर जाते । ये तो होता था वैधानिक पैकेज ।
इसके अलावा अलगाववादी हुर्रियत नेताओं को under the table सैकड़ों करोड़ रु सालाना दिए जाते थे और बदले में शांति खरीदी जाती थी । और ये आतंकी हमारे आपके Tax Payer के पैसे पे ऐश अय्याशियाँ करते थे ।
PDP के साथ BJP की साझा सरकार बन जाने से , BJP की सत्ता में भागीदारी से काश्मीर के आर्थिक package की लूट और बंदरबांट काफी हद तक रुक गयी है ।
मोदी के आने के बाद निज़ाम बदला । शुरुआत बुरहान वानी के encounter से हुई । तब से अब तक 124 बुरहान कुत्ते की तरह घसीट के मार दिए गए ....... 150 के करीब बाकी है , रोज़ाना 2 - 4 मारे जा रहे हैं ।
भारत सरकार का संकल्प है कि दिसंबर से पहले काश्मीर से आतंकी साफ कर देने है ।
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NIA ने हुर्रियत की funding और हवाला रैकेट की जांच में कई नेता उठा लिए हैं और दिल्ली ले गयी है । कश्मीरी दिल्ली के नाम से हड़कता है । इस से पहले किसी हुर्रियत नेता को ज़्यादा से ज़्यादा नज़रबंद किया जाता था और श्रीनगर के निशात बाग के Resorts में पूरी ऐशो अय्याशी का इंतज़ाम होता था ।
आज NIA ने हुर्रियत और उनके हवाला operators को दिल्ली में उलटा टांग रखा है । इसके बाद उनका तिहाड़ जाना निश्चित है । काश्मीर में आम धारणा है कि जो एक बार तिहाड़ गया उसकी तो लाश भी वापस नही आई ।
गिलानी और उसके दोनों बेटों पे तलवार लटकी हुई है । इनकी बेनामी संपत्तियों की जांच चल रही है । भारत सरकार बेरहमी से इनपे टूट पड़ी है ।
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भारत सरकार आज काश्मीर में Proactive हो के काम कर रही है । आगे बढ़ के मार रही है । घर मे घुस के मार रही है । जब आप proactive होंगे तो सामने वाले को प्रतिक्रिया देना मजबूरी है । आज काश्मीर में जो पत्थरबाजी और आतंकी गतिविधि है वो इसी Proactive approach के कारण है ।
नाली में घुस के साफ करो तो बदबू तो उठेगी ही ।
इसके बाद सब साफ हो जाएगा

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